मैं अनगिनत बार कश्मीर आ चुका हूं... कभी बाइक से, कभी साइकिल से, कभी बस से, कभी टैक्सी से और कभी फ्लाइट से... और ट्रेन से भी... अकेले भी, वाइफ के साथ भी और दोस्तों के साथ भी... डर कभी नहीं लगा...
कश्मीर में काम करने का अभी कोई प्लान नहीं था... हम हिमाचल, उत्तराखंड और सिक्किम में अच्छा काम कर रहे थे... पिछले साल जब केरल गए, तो वहां टूरिज्म की structure देखकर हैरान रह गए... भारत में केरल टूरिज्म में नंबर वन पर है... और वहां जाकर यह दिखता भी है... तब दिमाग में आया कि अगर हमने केरल में अभी काम स्टार्ट नहीं किया, तो हम लेट हो जाएंगे...
जब तक केरल में अपना बेस बनाया, तब तक गर्मियां शुरू हो चुकी थी और केरल में off season भी शुरू हो गया था... वहां हमारा बेस बना हुआ है, लेकिन प्रॉपर वर्किंग आगामी सर्दियों में शुरू करेंगे...
हिमाचल, उत्तराखंड और सिक्किम में काम करने के कारण हम पर कश्मीर और लद्दाख में भी काम करने का दबाव बढ़ रहा था... रोज बहुत सारी enquiry आ रही थीं, जिन्हें हम मना करते जा रहे थे... मुझे कश्मीर और लद्दाख की बहुत अच्छी जानकारी है, लेकिन हमारा कोई business base न होने के कारण हम उधर हाथ नहीं डाल रहे थे...
फाइनली लद्दाख में बेस बनाया और हाथ डाल दिया... इसे आजमाने के लिए हमने 30 अप्रैल से 9 मई तक एक fix departure भी निकाला... इसके अलावा कुछ customised tours भी कराए... प्लान ये था कि अभी हम लद्दाख में केवल by flight वाले tours ही कराया करेंगे, क्योंकि उधर टैक्सी यूनियन का कुछ पंगा था... इसकी वजह से tour की costing भी बढ़ रही थी... जब यह पंगा और इसका solution हमारी समझ में आ जाएगा, तब हम by road Ladakh tour भी निकाल देंगे...
लेकिन by flight वाला आइडिया चला नहीं... क्योंकि मई और जून में दिल्ली लेह फ्लाइट 12 से 15 हजार तक की हो गई... इससे लोगों का बजट गड़बड़ा गया और by road की enquiry ज्यादा आने लगीं...
और Ladakh by road में कश्मीर अवश्य आता है... कम से कम एक नाइट श्रीनगर में तो रुकना ही होता है... यहां से शुरू होता है Travel King India का मिशन कश्मीर...
हमारे जो लद्दाख के प्लान थे, उनमें कश्मीर सेकंडरी था... कश्मीर को केवल Transit के तौर पर यूज किया जा रहा था... उसमें कश्मीर घूमने वाला कोई प्वाइंट नहीं था...
चूंकि हम अपने लद्दाख पैकेज में कश्मीर का भी जिक्र करते थे, तो कश्मीर की भी enquiry आने लगी... इससे हमें कश्मीर में भी बेस बनाने का दबाव बढ़ा... हम बिना बेस और बिना होमवर्क के किसी काम में हाथ नहीं डालते... दूसरी बात ये थी कि हमारे लद्दाख पैकेज का पहला दिन कश्मीर से शुरू होता था, तो हम कश्मीर को सेकंडरी नहीं मान सकते थे... तीसरी बात ये थी कि कश्मीर में सबसे बड़े tourism hot spot केवल श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग हैं, तो यहां हमें ज्यादा समय भी नहीं लगेगा...
लद्दाख आने जाने के क्रम में मैं कई बार श्रीनगर और सोनमर्ग जा चुका था, तो वहां का मुझे अच्छा आइडिया था... पहलगाम 13 साल पहले गया था, तो इसका ज्यादा आइडिया नहीं था... गुलमर्ग कभी नहीं गया था, तो इसका कोई आइडिया नहीं था...
मौसम की वजह से 30 अप्रैल से शुरू होने वाली लद्दाख ट्रिप कैंसिल हो गई, तो मैंने इस समय को कश्मीर में लगाने की योजना बनाई... कल अपने काम धंधे की बात समझने गुलमर्ग जाना हुआ, तो आज पहलगाम जाना हुआ... आज पहलगाम में टूरिज्म से रिलेटिड मामलों को बारीकी से देखा और समझा... एक चक्कर आडू वैली Aru Valley का लगाया... फोटो Aru Valley का ही है...
कल श्रीनगर के Gardens को समझना है, शंकराचार्य जी का मंदिर देखना है और एक लक्जरी हाउसबोट में स्टे करना है...